A Review Of Shiv chaisa
A Review Of Shiv chaisa
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थोड़ा जल स्वयं पी लें और मिश्री प्रसाद के रूप में बांट दें।
अर्थ: हे भोलेनाथ आपको नमन है। जिसका ब्रह्मा आदि देवता भी भेद न जान सके, हे शिव आपकी जय हो। जो भी इस पाठ को मन लगाकर करेगा, शिव शम्भु उनकी रक्षा करेंगें, आपकी कृपा उन पर बरसेगी।
शिव पंचाक्षर स्तोत्र
ईश्वर ने मेरे भाग्य में क्या लिखा है - प्रेरक कहानी
कर त्रिशूल सोहत छवि भारी। करत सदा शत्रुन क्षयकारी॥
प्रगट उदधि shiv chalisa lyricsl मंथन में ज्वाला। जरे सुरासुर भये विहाला॥
ॠनियां जो कोई हो अधिकारी। पाठ करे सो पावन हारी॥
बृहस्पतिदेव की कथा
कीन्ह दया तहँ करी सहाई। नीलकण्ठ तब नाम कहाई॥
सबहिं कृपा कर लीन बचाई ॥ किया तपहिं भागीरथ भारी ।
प्रकटी उदधि मंथन में ज्वाला। जरत सुरासुर भए विहाला॥
वस्त्र खाल बाघम्बर सोहे। छवि को देख नाग shiv chalisa in hindi मुनि मोहे॥
ॠनिया जो कोई हो अधिकारी। पाठ करे सो पावन हारी॥
नमो नमो जय नमः शिवाय। सुर ब्रह्मादिक पार न पाय॥